कन्या कुमारी नाम पड़ने के पीछे एक पौराणिक कथा प्रचलित है।
कहा जाता है कि भगवान शिव ने असुर बानासुरन को
वरदान दिया था कि कुंवारी कन्या के अलावा किसी के हाथों उसका
वध नहीं होगा।
प्राचीन काल में भारत पर शासन करने वाले राजा
भरत को आठ पुत्री और एक पुत्र था।
भरत ने अपना साम्राज्य को नौ बराबर हिस्सों में बांटकर अपनी संतानों को दे दिया।
दक्षिण का हिस्सा उसकी पुत्री कुमारी को मिला। कुमारी को
शक्ति देवी का अवतार माना जाता था।
उसकी ईच्छा थी कि वह शिव से विवाह करें। इसके लिए वह उनकी पूजा करती थी।
शिव विवाह के लिए राजी भी हो गए थे और विवाह की तैयारियां होने लगीं थी।
लेकिन नारद मुनि चाहते थे कि बानासुरन का कुमारी के हाथों वध हो जाए। और शादी होने के बाद यह संभव नहीं था
सभी देवताओं ने मिलकर इस शादी को रोकने की योजना बनाई
इस कारण शिव और देवी कुमारी का विवाह नहीं हो पाया।
इस बीच बानासुरन को जब कुमारी की सुंदरता के बारे में पता चला तो उसने कुमारी के समक्ष शादी का प्रस्ताव रखा।
कुमारी ने कहा कि यदि वह उसे युद्ध में हरा देगा तो वह उससे विवाह कर लेगी।
दोनों के बीच युद्ध हुआ और बानासुरन को मृत्यु की प्राप्ति हुई।
There is a mythological story behind the name Kanya Kumari.
It is said that Lord Shiva had given a boon to demon Banasuran.
that except a bachelor girl, He will not be killed by anyone.
in ancient times who ruled India, King Bharat Bharat had eight daughters and one son.
Bharat divided his empire into nine equal parts and gave it to his children.
His daughter Kumari got the southern part. Kumari was considered an incarnation of Shakti Devi.
Her wish was to marry Shiva. For this she used to worship him.
Shiva had also agreed to the marriage and preparations for the marriage had begun.
But Narad Muni wanted that Banasuran should be killed by the hands of Kumari. And it was not possible after getting married
All the gods together planned to stop this marriage
Because of this the marriage of Shiva and Devi Kumari could not take place.
Meanwhile, when Banasuran came to know about Kumari’s beauty, he proposed marriage to Kumari.
Kumari said that she would marry him if he defeated her in the battle.
There was a war between the two and Banasuran was killed.
This place in South India is called Kanyakumari in the memory of Kumari.